my diary's page no. 3

क्या  सिर्फ एक ही बात सही होती हैं ? सिर्फ एक ही बात को सही माना जाये? नहीं ऐसा नहीं ऐसा नहीं हैं.सभी का  अपना अपना सच होता हैं. हम कौन होते हैं सही गलत  मुहर लगाने  वाले, दुसरो का नजरिया समझने की भी कोशिश करनी चाहिए. यु किसी के माथे सही गलत का फैसला मढ़ देने वाले हम  कोई नहीं  होते. इतना हक़ देना और लेना दोनों ही बुरे हैं.

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